भारतीय शेयर बाजार में तेजी का माहौल है, और निफ्टी 25,000 के स्तर को पार करने की तैयारी में है। इस बीच, कुछ सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम (पीएसयू) स्टॉक्स, विशेष रूप से रेलवे से संबंधित स्टॉक्स, निवेशकों के बीच चर्चा में हैं।
रेल विकास निगम लिमिटेड (RVNL), जो एक सरकारी स्वामित्व वाली कंपनी है, के शेयरों ने हाल के महीनों में अपने निवेशकों को अच्छी खासी रिटर्न दी है। इसके बावजूद, इस स्टॉक में हाल के दिनों में कुछ मुनाफावसूली देखी जा रही है। शुक्रवार को RVNL का शेयर 3.45% गिरकर 555.85 रुपये पर बंद हुआ।
RVNL के शेयरों की तेजी और गिरावट
2024 में अब तक RVNL के स्टॉक की कीमत तीन गुना हो चुकी है। हालांकि, हाल के कुछ हफ्तों में इसमें बिकवाली का दबाव देखा गया है, और यह अपने अब तक के उच्चतम स्तर 647 रुपये से 14% से अधिक गिर चुका है।
विशेषज्ञों की राय
मार्केट एक्सपर्ट्स का मानना है कि RVNL ने अपने उच्चतम स्तर से गिरावट के बावजूद अच्छा प्रदर्शन किया है। सेबी रजिस्टर्ड निवेश सलाहकार गौरव गोयल के अनुसार, RVNL 647 रुपये से गिरकर 552 रुपये तक पहुंचा है, जो कि 14% से अधिक की गिरावट है। उन्होंने बताया कि रेलवे सेक्टर को केंद्रीय बजट में अपेक्षाओं से कम समर्थन मिला, जिससे इस स्टॉक में करेक्शन हुआ है। फिर भी, RVNL का प्राइस-टू-अर्निंग रेशो 79 गुना और प्राइस-टू-बुक रेशो 15 गुना है, जो इसे महंगा स्टॉक बनाता है।
हालांकि, गोयल का कहना है कि भारतीय रेलवे लॉन्ग टर्म में विकास के सही रास्ते पर है और RVNL इस विकास को समर्थन देने के लिए सही स्थिति में है। उन्होंने कहा कि स्टॉक का प्रदर्शन शॉर्ट टर्म में अनिश्चित हो सकता है, लेकिन लॉन्ग टर्म में इसमें वृद्धि की संभावना है।
लॉन्ग टर्म निवेश की सलाह
विश्लेषकों का मानना है कि 3-5 साल के लॉन्ग टर्म में इस स्टॉक में गिरावट के समय निवेश करना एक अच्छी रणनीति हो सकती है। वे 500 रुपये या उससे कम के स्तर पर इसे खरीदने और 1000 रुपये के लक्ष्य मूल्य तक होल्ड करने की सलाह देते हैं।
RVNL को मिला नया ऑर्डर
24 जुलाई को RVNL ने घोषणा की कि उसे दक्षिण पूर्व रेलवे से 191 करोड़ रुपये का नया ऑर्डर प्राप्त हुआ है। यह ऑर्डर चक्रधरपुर डिवीजन के राजखासवान-नयागढ़-बोलानी खंड में 132 केवी ट्रैक्शन सबस्टेशन और अन्य संबंधित संरचनाओं के डिजाइन, आपूर्ति, स्थापना और कमीशनिंग के लिए दिया गया है।
RVNL ने एक्सचेंज को यह भी जानकारी दी कि इस प्रोजेक्ट का क्रियान्वयन 18 महीनों के भीतर पूरा किया जाएगा, जिसके लिए 150 करोड़ रुपये का निवेश किया गया है।
इस प्रकार, RVNL न केवल वर्तमान में एक मजबूत स्थिति में है, बल्कि भविष्य के लिए भी अच्छी संभावनाएं रखता है। निवेशकों के लिए यह स्टॉक लॉन्ग टर्म में लाभकारी साबित हो सकता है।