कांग्रेस के नए अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बुधवार को पदभार ग्रहण कर लिया. इस दौरान अपने संबोधन में सोनिया गांधी ने कहा कि मैं बहुत प्रसन्न हूं. सच कहूं तो बड़ी राहत महसूस कर रही हूं.
कांग्रेस के नए अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बुधवार को पदभार ग्रहण कर लिया. इस दौरान अपने संबोधन में सोनिया गांधी ने कहा कि मैं बहुत प्रसन्न हूं. सच कहूं तो बड़ी राहत महसूस कर रही हूं. सबसे अधिक संतोष इस बात का है कि आपने अपने विवेक से जिन्हें अध्यक्ष चुना है, वे एक अनुभवी नेता हैं, धरती से जुड़े हुए नेता हैं.एक साधारण कार्यकर्ता के रूप में काम करते हुए अपनी निष्ठा से, अपनी मेहनत से, अपनी लगन से और अपने समर्पण से, इस ऊंचाई तक पहुंचे हैं.
मुझे पूरा विश्वास है कि उनसे पूरी पार्टी को एक प्रेरणा मिलेगी, एक संदेश मिलेगा और उनके नेतृत्व में कांग्रेस लगातार मज़बूत होगी. मैंने अभी-अभी कहा कि मैं राहत महसूस कर रही हूं. मैं इसे स्पष्ट करना चाहती हूं. राहत इसलिए, कि आपने इतने वर्षों तक मुझे जो प्यार और सम्मान दिया है, वह मेरे लिए इस तरह के गौरव की बात है कि उसका एहसास मुझे अपने जीवन की आखिरी सांस तक रहेगा. लेकिन यह सम्मान एक बहुत बड़ी जिम्मेदारी भी थी. मुझसे अपनी क्षमता और योग्यता के अनुसार जितना बन पड़ा उतना किया.
आज मैं इस दायित्व से मुक्त हो जाऊंगी, यह भार मेरे सिर से उतर जाएगा, इसलिए स्वाभाविक रूप से मुझे राहत का एहसास हो रहा है. मैं आप सबको भी दिल से धन्यवाद देती हूं कि आपने हमेशा अपना सहयोग और समर्थन मुझे दिया है.
अब यह ज़िम्मेदारी खरगे जी के ऊपर आ गयी है. परिवर्तन संसार का नियम है. यह परिवर्तन जीवन के हर क्षेत्र में होता रहा है और होता रहेगा, ठीक उसी तरह से, जिस तरह से जीवन के हर क्षेत्र में नई-नई चुनौतियां आती रहती हैं. आज हमारी पार्टी के सामने भी बहुत सारी चुनौतियां हैं. सबसे बड़ी चुनौती यह है कि आज देश के सामने लोकतांत्रिक मूल्यों के लिए जैसा संकट पैदा हुआ है, उसका मुकाबला हम सफलतापूर्वक कैसे करें? आपने जिस तरह लोकतांत्रिक तरीके से कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव में अपना नया अध्यक्ष चुना है, मुझे विश्वास है कि उसी तरह पार्टी के सभी कार्यकर्ता और नेता आपस में मिल-जुल कर एक ऐसी शक्ति बनेंगे जो हमारे महान देश के सामने उपस्थित समस्याओं का सफलतापूर्वक सामना कर सके.