जो विभिन्न मंत्रालयों का संचालन और प्रबंधन करते हैं। वे सरकार की नीतियों और कार्यक्रमों को लागू करने में अहम भूमिका निभाते हैं। भारतीय मंत्री परिषद में प्रधानमंत्री के नेतृत्व में कैबिनेट मंत्री, राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), और राज्य मंत्री होते हैं।
मंत्री परिषद की संरचना:
- प्रधानमंत्री: प्रधानमंत्री भारतीय सरकार का प्रमुख होते हैं, और वे मंत्री परिषद का नेतृत्व करते हैं। वर्तमान में नरेंद्र मोदी (2024) भारत के प्रधानमंत्री हैं।
- कैबिनेट मंत्री: ये मंत्री प्रमुख मंत्रालयों जैसे गृह मंत्रालय, वित्त मंत्रालय, रक्षा मंत्रालय, विदेश मंत्रालय आदि का प्रभार संभालते हैं। कैबिनेट मंत्री सरकार की नीति निर्माण और निर्णय लेने की प्रक्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
- राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार): ये मंत्री अपने विभाग का स्वतंत्र प्रभार रखते हैं, लेकिन कैबिनेट मंत्री के तहत नहीं होते। वे अपने विभाग के मामलों में पूर्ण अधिकार रखते हैं।
- राज्य मंत्री: ये मंत्री किसी कैबिनेट मंत्री के अधीन कार्य करते हैं और उन्हें मंत्रालय के कुछ विशिष्ट कार्यों की जिम्मेदारी दी जाती है।
प्रमुख भारतीय मंत्री (2024):
- अमित शाह: गृह मंत्री, जिन्होंने भारत की आंतरिक सुरक्षा और कानून व्यवस्था को मजबूत बनाने में अहम भूमिका निभाई है। वह जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन और नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) जैसे मुद्दों में प्रमुख रहे हैं।
- निर्मला सीतारमण: भारत की वित्त मंत्री, जिन्होंने देश की आर्थिक नीतियों को दिशा दी है। वे बजट पेश करने वाली दूसरी महिला वित्त मंत्री हैं और देश की आर्थिक वृद्धि के लिए कई नीतिगत फैसले लिए हैं।
- राजनाथ सिंह: भारत के रक्षा मंत्री, जो देश की रक्षा प्रणाली और सशस्त्र बलों को आधुनिक बनाने पर जोर दे रहे हैं। भारत की रक्षा क्षमताओं को बढ़ाने और आत्मनिर्भर भारत के तहत रक्षा उत्पादन को प्रोत्साहित करने में उनका योगदान अहम है।
- सुब्रह्मण्यम जयशंकर: विदेश मंत्री, जो भारत की कूटनीतिक नीतियों को नई दिशा देने में जुटे हैं। उन्होंने भारत के अंतरराष्ट्रीय संबंधों को मजबूत बनाने और वैश्विक मंच पर देश की स्थिति को और सशक्त करने का काम किया है।
मंत्रियों की भूमिका:
मंत्रियों का काम सिर्फ नीति निर्माण तक सीमित नहीं है, वे अपने मंत्रालयों के तहत विभिन्न योजनाओं और कार्यक्रमों को लागू करने, उनकी निगरानी करने और जनता की समस्याओं को हल करने का काम भी करते हैं। वे संसद में अपने मंत्रालयों से जुड़े सवालों का जवाब देते हैं और विभिन्न विधेयकों पर चर्चा में हिस्सा लेते हैं।
निष्कर्ष:
भारत के मंत्री देश की राजनीतिक और प्रशासनिक संरचना के मजबूत स्तंभ हैं। उनके द्वारा लिए गए फैसले और नीतियां देश के विकास, सुरक्षा, और समृद्धि को प्रभावित करती हैं