भारत की वर्तमान राजनीति कई महत्वपूर्ण घटनाओं और नीतिगत परिवर्तनों से प्रभावित हो रही है

2024 में होने वाले लोकसभा चुनावों की तैयारियों के बीच राजनीतिक दलों के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिल रहा है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस जैसे प्रमुख दलों के बीच शक्ति प्रदर्शन जारी है, जबकि क्षेत्रीय दल भी अपनी भूमिका को मजबूत कर रहे हैं।

प्रमुख राजनीतिक मुद्दे:

  1. महंगाई और बेरोजगारी: महंगाई और बेरोजगारी का मुद्दा इस समय राजनीतिक चर्चा का केंद्र बना हुआ है। विपक्षी दल, खासकर कांग्रेस, भाजपा सरकार को महंगाई और रोजगार सृजन में कमी को लेकर लगातार घेर रही है।
  2. संविधान संशोधन और न्यायिक सुधार: सरकार द्वारा कई संवैधानिक और न्यायिक सुधारों पर ध्यान दिया जा रहा है, जिनमें यूनिफॉर्म सिविल कोड (UCC) और न्यायपालिका में सुधार जैसे मुद्दे शामिल हैं। ये नीतिगत परिवर्तन राजनीति में अहम भूमिका निभा रहे हैं।
  3. महिला आरक्षण विधेयक: महिला आरक्षण विधेयक 2023 में पारित किया गया, जिसे लेकर राष्ट्रीय राजनीति में कई चर्चाएं हो रही हैं। इसका उद्देश्य संसद और राज्य विधानसभाओं में महिलाओं के लिए 33% आरक्षण सुनिश्चित करना है, जो 2024 के चुनावों में भी एक बड़ा मुद्दा बन सकता है।
  4. चीन और पाकिस्तान के साथ संबंध: भारत की विदेश नीति भी राजनीति में अहम मुद्दा बनी हुई है, खासकर चीन और पाकिस्तान के साथ संबंधों के संदर्भ में। सीमा पर तनाव और राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर चर्चा तेज हो रही है।
  5. गठबंधन की राजनीति: आगामी चुनावों से पहले विपक्षी दलों ने मिलकर “इंडिया” नाम से एक गठबंधन बनाया है, जो केंद्र सरकार के खिलाफ एक मजबूत मोर्चा तैयार कर रहा है। दूसरी ओर, भाजपा भी एनडीए के तहत अपने सहयोगी दलों के साथ गठबंधन को मजबूत करने में जुटी है।

राज्य स्तरीय राजनीति:

कुछ प्रमुख राज्यों में विधानसभा चुनाव भी होने हैं, जिनमें मध्य प्रदेश, राजस्थान, तेलंगाना और छत्तीसगढ़ शामिल हैं। इन राज्यों में स्थानीय मुद्दे और केंद्र सरकार की नीतियों के प्रभाव पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।

निष्कर्ष: भारतीय राजनीति इस समय एक बेहद महत्वपूर्ण मोड़ पर है, जहां चुनावी तैयारियों, नीतिगत सुधारों और राष्ट्रीय मुद्दों पर हर दल की रणनीति निर्णायक साबित हो सकती है।