संगारेड्डी जिले में महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए जिला केंद्र (डीएचईडब्ल्यू) ने कंडी के आंगनवाड़ी केंद्र में बेटी जन्मोत्सव मनाते हुए पौधारोपण किया, जो गांव में एक लड़की के जन्म को चिह्नित करने के लिए किया गया था।
शुक्रवार को आयोजित इस कार्यक्रम में डीएचईडब्ल्यू ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कंडी में एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया, जहां लैंगिक समानता पर चर्चा की गई। इस अवसर पर आईसीडीएस सुपरवाइजर विश्वनीता ने महिलाओं को लैंगिक समानता, बालिकाओं की शादी, महिलाओं की शिक्षा और महिलाओं से संबंधित कानूनों के बारे में जानकारी दी।
कार्यक्रम में डीएचईडब्ल्यू कोऑर्डिनेटर पल्लवी, चिकित्सा अधिकारी डॉ. राममणी, जेंडर विशेषज्ञ विशाला और अन्य उपस्थित थे। इस पहल का उद्देश्य समाज में महिलाओं के प्रति समानता और सम्मान की भावना को बढ़ावा देना था।
इस कार्यक्रम का आयोजन जिला प्रशासन के सहयोग से किया गया, जिसमें विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों ने भाग लिया। उन्होंने महिलाओं और बालिकाओं को उनके अधिकारों और कर्तव्यों के बारे में जानकारी दी और समाज में उनके महत्वपूर्ण योगदान को मान्यता दी।
विश्वनीता ने अपने संबोधन में बताया कि किस प्रकार से महिलाओं को सशक्त करने के लिए समाज को जागरूक करना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि महिलाओं की शिक्षा और उनकी स्वास्थय संबंधी जरूरतों को पूरा करना समाज की प्राथमिकता होनी चाहिए।
इस कार्यक्रम के दौरान उपस्थित महिलाओं और लड़कियों ने भी अपने विचार साझा किए और बताया कि ऐसे कार्यक्रम उनके आत्मविश्वास को बढ़ाते हैं और उन्हें समाज में अपनी पहचान बनाने में मदद करते हैं। जिला प्रशासन ने इस अवसर पर पौधारोपण कर यह संदेश दिया कि प्रत्येक लड़की का जन्म एक नए जीवन का आरंभ है और इसे सम्मान और प्यार के साथ स्वागत करना चाहिए।
डीएचईडब्ल्यू और स्थानीय प्रशासन ने मिलकर यह पहल की है कि गांव-गांव में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएं ताकि महिलाओं और बालिकाओं को उनके अधिकारों और कर्तव्यों के बारे में विस्तृत जानकारी मिल सके। उन्होंने कहा कि ऐसे कार्यक्रम समाज में सकारात्मक बदलाव लाने में मददगार साबित होंगे।
अंत में, डॉ. राममणी ने उपस्थित महिलाओं और लड़कियों को उनके स्वास्थ्य और स्वच्छता के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी और उन्हें स्वस्थ जीवन शैली अपनाने के लिए प्रेरित किया। विशाला ने भी अपने अनुभव साझा किए और बताया कि कैसे महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने के लिए आवश्यक कदम उठाने चाहिए।
इस कार्यक्रम के सफल आयोजन से यह स्पष्ट होता है कि समाज में महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में संगारेड्डी जिला प्रशासन महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है और ऐसी पहल से समाज में सकारात्मक बदलाव आने की उम्मीद है।